कांग्रेस प्रत्याशियों को सताने लगी ईवीएम की चिंता, चौबिसों घंटे सुरक्षा

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Worries about EVMs start troubling Congress candidates, round the clock security

कांग्रेस प्रत्याशियों को सता रही है ईवीएम कैप्चरिंग की आशंका

बीकानेर। पहले हम सुनते थे कि चुनाव के दौरान बूथ केप्चरिंग होती है। बाहुबली प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं की ओर से बूथ से मतपेटियां लूट ली जाती थी। अब ईवीएम से मतदान हो रहा है तो कांग्रेस के कई नेताओं को ईवीएम केप्चरिंग की आशंका सता रही है।

कांग्रेस नेताओं को डर है कि जिन बूथ पर उनके समर्थन में ज्यादा वोटिंग हुई। उन बूथ की ईवीएम गायब की जा सकती है। ऐसे में प्रत्याशियों ने ईवीएम की निगरानी के लिए पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड लगा दिए हैं। मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सभी ईवीएम जिला संग्रहण केंद्र यानी स्ट्रांग रूम में रखी हुई हैं। उन स्ट्रांग रूम के बाहर नेताओं के कुछ कार्यकर्ता निगरानी के लिए 24 घंटे तैनात हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भरतपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने ईवीएम की सुरक्षा के लिए अपने कार्यकर्ताओं को स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात किया है। हालांकि स्ट्रांग रूम के बाहर पुलिस और आरएसी के जवानों के साथ अधिकारी भी तैनात हैं। कांग्रेस प्रत्याशी को उन पर भरोसा नहीं है। जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति लेकर संजना जाटव ने अपने दो एजेंट स्ट्रांग रूम में बैठाए हैं। ये एजेंट बारी बारी से 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। मतगणना 4 जून को होनी है। 4 जून तक ये एजेंट हर वक्त ईवीएम को निगरानी में रखेंगे।


राजसमंद से कांग्रेस प्रत्याशी दामोदर गुर्जर को भी सरकारी सुरक्षाकर्मियों पर भरोसा नहीं है। यानी पुलिसकर्मियों और आरएसी के जवानों पर उन्हें शक है। ऐसे में दामोदर गुर्जर ने भी जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति लेकर ईवीएम की सुरक्षा के लिए निजी व्यक्ति लगा दिए हैं। गुर्जर को डर है कि सरकार के दबाव में कुछ ईवीएम को गायब भी किया जा सकता है। ऐसे में पुलिसकर्मियों के साथ निजी व्यक्तियों को भी बतौर सुरक्षा तैनात किया गया है।

सीसीटीवी कैमरे और सीआरपीएफ के जवान भी हैं तैनात


ईवीएम की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग भी की जा रही है ताकि भविष्य में कभी कोई आरोप लगने पर सबूत के तौर पर पेश किया जा सके। पुलिसकर्मियों और आरएसी के जवानों के साथ सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के जवानों को सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया गया है। इसके बावजूद भी कांग्रेस प्रत्याशियों को ईवीएम कैप्चरिंग की आशंका सता रही है।

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