वॉट्सएप मैसेज से उत्तेजित भीड़ ने दो को पीट-पीट कर मार डाला

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गुवाहाटी के रहने वाले कलाकार खुद के असमी होने का हवाला देकर छोड़ देने की गुहार लगाते रहे लेकिन उत्तेजित भीड़ ने उनकी एक न सुनी.

सोशल मीडिया के जरिए आने वाले मैसेज को सच मान लेने के चलते असम में एक भयावह घटना सामने आई है. स्थानीय वेबसाइट प्रतिदिन टाइम्स के अनुसार शुक्रवार को बच्चा चुराने वाले गिरोह के शक में भीड़ ने दो कलाकारों को पीट-पीटकर मार डाला. पेशे से साउंड इंजीनियर अभिजीत नाथ और नीलोत्पल दास गुवाहाटी के रहने वाले थे और कार्बी आंगलोंग के डोकमोका घूमने जा रहे थे. वे रास्ता पूछने के लिए एक गांव में रुके, जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया. दोनों कलाकार गोवा में काम करते थे और बिहाग बिहू के मौके पर अपने घर आए थे.

खुद के असमी होने की दुहाई देते रहे

बीते कुछ दिनों से कार्बी आंगलोंग और उसके आसपास के इलाके में वॉट्सएप पर बच्चों को चुराने वाले गिरोह से आगाह करने वाला मैसेज वायरल हो रहा था. इसी मैसेज पर भरोसा करके भीड़ ने इन कलाकारों को बच्चा चुराने वाला समझ लिया और हमला कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक असमी होने के बावजूद कलाकारों के लंबे बालों और अपरिचित दिखने वाले हुलिए ने उन पर भीड़ के शक को बढ़ा दिया. इस हादसे का सबसे दुखद पहलू यह रहा कि नीलोत्पल दास खुद के असमी होने का हवाला देकर भीड़ से छोड़ देने की गुहार लगाते रहे लेकिन जान लेने पर उतारू भीड़ ने उनकी एक न सुनी. उत्तेजित भीड़ ने उनकी गाड़ी, उसमें मौजूद सामान और उनके मोबाइलों को भी तहस-नहस कर डाला.

स्थानीय वेबसाइट टाइम8 के मुताबिक असम पुलिस ने गुवाहाटी से घटनास्थल पर एक पुलिस टीम भेजी है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कुलधर सैकिया ने कहा, ‘इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है कि पुलिस वारदात के समय मौके पर मौजूद थी.’ उन्होंने बच्चा चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय होने के मैसेज को भी फर्जी बताया. इस बीच कार्बी आंगलोंग की पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

 

(साभार : सत्याग्रह.कॉम)

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